google.com, pub-,8818566653219942, DIRECT, f08c47fec0942fa0 "स्वास्थ्य संबंधित ताजा जानकारी" 🪫The latest health updates: अण्डकोष की खुजली expr:class='"loading" + data:blog.mobileClass'>

शनिवार, 13 दिसंबर 2025

अण्डकोष की खुजली

 अण्डकोष की खुजली


परिचय :   मनुष्य जननांगों को अपने शरीर का सबसे गन्दा हिस्सा समझता है। इस वजह से वह जननांगों की साफ सफाई की ओर खासतौर पर ध्यान नहीं रखता है जिसके कारण वह कई यौन रोगों से पीड़ित हो जाता है। जननांगों के रोग में एक रोग है अण्डकोष की खुजली। यह अण्डकोष में साफ सफाई न रखने के कारण उत्पन्न होता है। इसमें अण्डकोषों पर मैल की एक मोटी परत जम जाती है जो खुजली और खुश्की का रूप ले लेती है।


कारण :     यह रोग अस्वच्छता के कारण अण्डकोषों में मैल जमा हो जाने के कारण, पसीना लगने पर खुजली मचती है। जिसके कारण उस स्थान पर फोडें-फुंसी हो जाते है। और उनसे पीब बहने लगता है। 


विभिन्न औषधियों से उपचार-


1. नीम :  नीम के तेल को रोजाना लगाने से अण्डकोष में खुजली नहीं होती है। 

नीम का तेल और तिल का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर लगाने से अण्डकोष की खुजली रुकती है। 

नीम के पत्ते के काढ़े से अण्डकोष को धोने से अण्डकोष की खुजली मिट जाती है। 


2. कालीमिर्च : अण्डकोष में काण्ड जैसी मैल जम जाने पर कालीमिर्च को दही के साथ घिसकर या अच्छी तरह पीसकर लगाने से मैल छूट जाती है।


3. प्याज : प्याज का रस सरसों के तेल में मिलाकर लगाने से खुजली और अन्य प्रकार की खुजली मिट जाती है।


4. सुहागा : 100 मिलीलीटर पानी में 4 ग्राम सुहागा घोलकर रोजाना 2-3 बार अण्डकोष को धोने से कण्डू नहीं जमते और खुजली मिट जाती है।


5. छरीला : छरीला से निर्मित तेल से अण्डकोष की खुजली से आराम मिलता है।


6. नागरमोथा : नागरमोथा को पीसकर अण्डकोष पर लेप करने से अण्डकोष की खुजली में लाभ होता है।


7. गिलोय : गिलोय के रस को गुग्गल के साथ या कड़वी नीम के साथ या हरिद्रा, खदिर और आंवले के काढ़े के साथ रोजाना 3 मात्रा में सेवन करने से अण्डकोष की खुजली मिट जाती है।


8. कनेर : सफेद या लाल फूल वाली कनेर की जड़ को तेल में सिद्ध कर तेल लगाने से कण्डु, खुजली फोडे़, फुंसी, सभी मिट जाते है।


9. पानी : अण्डकोष की सूजन पर गर्म पानी से सिंकाई करने से सूजन दूर हो जाती है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें