दृष्टि के सन्दर्भ में व्याख्या के पश्चात् रंग संवेदना को भी समझना उचित होगा: रंगसंवेदना (Colour Vision):
दृष्टि से सम्बन्धित रंग संवेदनाओं को रंगीन संवेदनाएँ (Chromatic Sensation) एवं रंगविहीन संवेदनाएँ (Achromatic Sensation) के रूप में विभाजित किया गया है ।
इन दोनों संवेदनाओं के अन्तर्गत रंगों की श्रेणी निम्नवत् है:
रंगीन संवेदनाएँ:
लाल, हरा, नीला व पीला, बैंगनी व नारंगी ।
रंगविहीन संवेदनाएँ:
काला, भूरा व सफेद ।
रंग की प्रमुख विशेषताएँ निम्नवत् हैं:
(i) वर्ण (Hue):
प्रत्येक रंगीन उद्दीपक का कोई न कोई वर्ण अवश्य होता है । विभिन्न रंगों से सम्बन्धित छायाओं को वर्ण कहा जाता है ।
(2) चमक (Brightness):
दूसरी विशेषता रंग की चमक है, जो कि तरंग की ऊँचाई पर निर्भर करती है । किसी भी रंग की प्रकाश तरंग की ऊँचाई जितनी अधिक होगी उसकी चमक उतनी ही अधिक होगी । उदाहरण के लिए, लाल रंग की अधिक चमक यह बताती है, कि लाल रंग प्रकाश की तरंग ऊँचाई अपेक्षाकृत और रंगों के अधिक होती है
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