हल्दी के फायदे
हल्दी भारतीय भोजन में इस्तेमाल होने वाले मसालों की ही श्रेणी में आती है। यह अदरक की तरह ही जमीन में उगाया जाती है, और सूखने के बाद इसकी जड़ों का ही उपयोग किया जाता है जोकि पीले रंग की होती है। प्राचीन काल से ही हल्दी का सेवन और हल्दी का उपयोग जड़ी-बूटी के रूप में कई विकारों को दूर करने में किया जाता है। इसलिए हल्दी को तुरंत दर्दनिवारक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। कई सारे गुणकारी तत्वों से युक्त होने के कारण हल्दी बहुत लोकप्रिय है, और लगभग हर घरों में आसानी से उपलब्ध हो जाती है।
सर्दियों के मौसम में हल्दी की गांठ का उपयोग सबसे अधिक लाभदायक है और यह समय हल्दी से होने वाले फायदों को कई गुना बढ़ा देता है क्योंकि कच्ची हल्दी में हल्दी पाउडर की तुलना में ज्यादा गुण होते हैं। कच्ची हल्दी के इस्तेमाल के दौरान निकलने वाला रंग हल्दी पाउडर की तुलना में काफी ज्यादा गाढ़ा और पक्का होता है। कच्ची हल्दी, अदरक की तरह दिखाई देती है। इसे जूस में डालकर, दूध में उबालकर, चावल के व्यंजनों में डालकर, अचार के तौर पर, चटनी बनाकर और सूप में मिलाकर उपयोग किया जा सकता है। हल्दी का प्रयोग आमतौर पर रक्त के रिसाव को रोकने या चोट को ठीक करने के लिए किया जाता है। कई बार हाथ-पैरों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए भी हल्दी वाले दूध का इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर हल्दी का सेवन दूध में मिलाकर ही किया जाता है। हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं, वहीं दूध में मौजूद कैल्शियम हल्दी के साथ मिलकर शरीर को फायदा पहुंचाता है।
हल्दी के औषधीय गुण
- हल्दी का सेवन शरीर को सुडौल बनाता है। प्रतिदिन एक गिलास दूध में सुबह के समय आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से शरीर सुडौल हो जाता है। गुनगुने दूध के साथ हल्दी के सेवन से शरीर में जमा अतिरिक्त फैट धीरे-धीरे कम होने लगता है। इसमें उपस्थित कैल्शियम और अन्य तत्व वजन कम करने में भी मददगार होते हैं।
- हल्दी को चूने में मिलाकर गुम चोट में लगाने से यह दर्द को खींच देती है। इसके अलावा दूध में हल्दी मिलाकर पीने से कान दर्द जैसी कई समस्याओं में आराम मिलता है। इससे शरीर का रक्त संचार बढ़ जाता है जिससे दर्द में तेजी से राहत मिलती है।
- हल्दी वाले दूध का प्रतिदिन सेवन, गठिया- बाय, जकड़न को दूर करता है, साथ ही जोड़ों मांसपेशियों को लचीला बनाता है।
- ब्लड में शर्करा की मात्रा अधिक हो जाने पर हल्दी वाले दूध का सेवन ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है।लेकिन अत्यधिक सेवन शुगर को अत्यधिक कम कर सकता है, इस बात का ध्यान रखें।
- शरीर के दर्द में हल्दी वाला दूध आराम देता है। हाथ पैर व शरीर के अन्य भागों में दर्द की शिकायत होने पर रात को सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन करें।
- हल्दी में किसी चोट के घाव को तेजी से भरने का भी गुण होता है। यदि आपके चोट लगने पर तेजी से खून बह रहा है, तो आप उस जगह तुरंत हल्दी डाल दें. इससे आपकी चोट का खून बहना कम हो जाएगा। हो सके तो डॉक्टर के यहां पहुंचने से पहले इस पट्टी को न खोलें।
- सर्दी, जुकाम या कफ की समस्या होने पर हल्दी मिले दूध का सेवन लाभकारी साबित होता है। इससे सर्दी, जुकाम तो ठीक होता ही है, साथ ही गर्म दूध के सेवन से फेफड़ों में जमा हुआ कफ भी निकल जाता है। सर्दी के मौसम में इसका सेवन आपको स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
- यदि आपको किसी भी कारण से नींद नहीं आ रही है, तो आपके लिए सबसे अच्छा घरेलू नुस्खा है, हल्दी वाला दूध। बस रात को भोजन के बाद सोने के आधे घंटे पहले हल्दी वाला दूध पीएं।
- हल्दी वाले दूध का सेवन, आपकी आंतो को स्वस्थ रखकर पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है। पेट के अल्सर, डायरिया, अपच, कोलाइटिस एवं बवासीर जैसी समस्याओं में भी हल्दी वाला दूध फायदेमंद है।
- दूध में कैल्शियम होने के कारण यह हड्डियों को मजबूत बनाता है, और हल्दी के गुणों के कारण रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। इससे हड्डी संबंधित अन्य समस्याओं से छुटकारा मिलता है, और ऑस्टियोपोरोसिस में कमी आती है।
- दूध पीने से त्वचा में प्राकृतिक चमक पैदा होती है, और दूध के साथ हल्दी का सेवन, एंटीसेप्टिक व एंटी बैक्टीरियल होने के कारण त्वचा की समस्याओं जैसे - इंफेक्शन, खुजली, मुंहासे आदि के बैक्टीरिया को धीरे-धीरे खत्म कर देता है। इससे आपकी त्वचा साफ और स्वस्थ और चमकदार दिखाई देती है।
- हल्दी वाले दूध में मौजूद एंटी माइक्रो बैक्टीरियल गुण, दमा, ब्रोंकाइटिस, साइनस, फेफड़ों में जकड़न व कफ से राहत देने में सहायता करते हैं। गर्म दूध के सेवन से शरीर में गर्मी का संचार होता है जिससे सांस की तकलीफ में आराम मिलता है
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