तेज़ गर्मी के बाद ठंडा पसीना तब खतरनाक होता है जब यह शरीर में किसी गंभीर आंतरिक समस्या का संकेत बन जाता है, जैसे कि हीट एक्सॉश्चन, हार्ट अटैक, शॉक या संक्रमण ����।जब ठंडा पसीना खतरनाक होता में दर्द या दबाव के साथ आए – यदि ठंडे पसीने के साथ छाती में दर्द, भारीपन, या दर्द बांह या जबड़े तक जाए, तो यह दिल का दौरा (हार्ट अटैक) हो सकता है �।सांस लेने में कठिनाई या तेज़ दिल की धड़कन – ठंडे पसीने के साथ सांस फूलना, घरघराहट या हृदय की धड़कन में गड़बड़ी श्वसन या हृदय संबंधी समस्या का संकेत है �।बेहोशी या चक्कर के साथ महसूस हो – यह लो ब्लड प्रेशर, शॉक या डिहाइड्रेशन का संकेत हो सकता है, जो तुरंत चिकित्सा देखभाल मांगता है ��।तेज़ बुखार, संक्रमण या सेप्सिस होने पर – यदि ठंडे पसीने के साथ शरीर का तापमान बहुत अधिक या बहुत कम हो, या ठंडक के साथ बुखार व कंपकंपी हो, तो यह संक्रमण या रक्त विषाक्तता (सेप्सिस) का लक्षण हो सकता है �।हाइपोग्लाइसीमिया (लो ब्लड शुगर) – अचानक ठंडा पसीना, कमजोरी, चक्कर और घबराहट का मतलब रक्त में शर्करा का स्तर बहुत गिर गया है ��।भ्रम, कमजोरी और मूत्र की कमी दिखे – शरीर में निर्जलीकरण या शॉक की स्थिति में यह खतरनाक रूप ले सकता है �।तुरंत क्या करना चाहिएव्यक्ति को ठंडी और आरामदायक जगह पर लाकर बिठाएं।पानी या इलेक्ट्रोलाइट सॉल्यूशन (ORS) दें ताकि शरीर में तरल की कमी पूरी हो।यदि लक्षण जैसे सीने में दर्द, सांस फूलना, या बेहोशी हों, तो तुरंत आपातकालीन चिकित्सा सहायता लें।बार-बार ठंडा पसीना आने पर ब्लड प्रेशर, शुगर और थायरॉइड की जांच कराना आवश्यक है ��।सारांशतः, तेज गर्मी के बाद ठंडा पसीना सामान्य थकावट का परिणाम भी हो सकता है, लेकिन यदि यह अन्य लक्षणों जैसे दर्द, कमजोरी, या सांस लेने में कठिनाई के साथ हो, तो यह शरीर के लिए चेतावनी संकेत है और तत्काल डॉक्टर की सलाह आवश्यक है ��।
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