पित्त ज्वर के घरेलू उपाय
एस्ट्रिंजेंट-
- रक्त वाहिकाओं को क्षीण करने के लिए और हिस्टामिन के आगे निकलने से रोकने के लिए, एस्ट्रिंजेंट जैसे कैलामाइन लोशन और/या विच हज़ेल अच्छा कार्य करता है|
- आप पेप्टो-बिस्मोल या मैग्नीशिया के दूध को चुन सकते हैं जो प्रकृति की क्षार है और इसके बजाय कैलामाइन लोशन के उपयोग में लाया जा सकता है|
बेकिंग सोडा-
- एक कटोरी में बेकिंग सोडा के दो चम्मच ले और इसमें पर्याप्त मात्रा में पानी को मिलायें|
- इसे हिलाकर एक लेप तैयार कर लें| इस लेप को खुजली से आराम पाने के लिये और खीझ को रोकने के लिये पित्ती प्रभावित क्षेत्र पर लगायें|
सिरका-
- सेब आसव के सिरका को एक चम्मच लें और समान मात्रा के गुनगुने गर्म पानी के साथ मिलायें|
- इस मिश्रण को त्वचा प्रभावित क्षेत्र पर क़्यू की नोंक के द्वारा लगा दें, यह खुजलाहट की अनुभूति को सम्भाल लेगा|
भूरी चीनी और अदरक-
- भूरी चीनी का 1/4 कप, अदरक का एक चम्मच और सिरका का 3/4 कप ले|
- इन सब को एक साथ मिलायें और कुछ मिनट तक के लिए मिश्रण को उबालें|
- इस उबले हुये मिश्रण में गर्म पानी की थोड़ी मात्रा मिलायें और दिन भर में कई बार पित्तियों पर इसे थपथपायें|
मछली का तेल-
- 1000 मिलीग्राम मछली के तेल का कैप्सूल दिन तीन बार लें|
- ये कैप्सू वसा अम्ल का स्रोत है जिसमें सूजन विरोधी गुण होता है|
- ठंडे पानी की मछलियों जैसे ब्लूफिश, सामन और अल्बाकोर टूना अच्छा खाद्य स्रोत है|
तनाव से राहत-
- कई बार तनाव त्वचा पित्ती के लिये कारण हो सकता है,
- इसलिये योग अभ्यास, ध्यान और विश्राम अभ्यास करना चाहिये|
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