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मंगलवार, 18 नवंबर 2025

दालचीनी के फायदे

 

दालचीनी के फायदे

दालचीनी के फायदे


दालचीनी ऐसा मसाला है, जो लगभग हर भारतीय रसोई में आसानी से मिल जाएगा। दालचीनी सिर्फ़ एक मसाला ही नहीं, बल्कि एक औषधि भी है, जिसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण कई बीमारियों जैसे – आर्थराइटिस, डायबिटीज़, जैसी बीमारी से आपको सुरक्षित रखता है। दालचीनी का पेड हमेशा हराभरा तथा छोटी झाड़ी जैसा होता है। उसके तने की छाल चुनकर सुखाई जाती है। उनका आकार कवेलू जैसा गोलाकार, जाडा, मुलायम तथा भुरे लाल रंग का होता है। दालचीनी के पेड़ से हमेशा सुगंध आती है। इसका उपयोग मसालो और दवा के तौर पर किया जाता है। इसका तेल भी निकाला जा सकता है। दालचीनी के पेड़ को पत्तों का उपयोग खाने में मसाले की तरह किया जाता है। इन्हे तेजपत्ता भी कहा जाता है। दालचीनी का पौधा जितना छोटा है इसके गुण उतने ही बड़े हैं। दालचीनी की सूखी पत्तियां तथा छाल को मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसकी छाल थोड़ी मोटी, चिकनी तथा हल्के भूरे रंग की होती है। दालचीनी मोटापा कम करने के साथ-साथ कई बीमारियों को भी दूर करता है। यह रक्तशोधक भी है। शहद तथा दालचीनी को मिलाकर दिल की बीमारियों, कोलेस्ट्रॉल, त्वचा रोग, सर्दी जुकाम, पेट की बीमारियों के लिए फायदेमंद है।

दालचीनी के औषधीय गुण

सर्दी जुकाम के लिए: सर्दी-जुकाम होने पर दालचीनी का प्रयोग करना चाहिए। एक चम्मच शहद में थोड़ा सा दालचीनी पाउडर मिलाकर सुबह-शाम लेने से खांसी-जुकाम में आराम मिलता है। हल्के गर्म पानी में एक चुटकी दालचीनी पाउडर तथा एक चुटकी पिसी काली मिर्च शहद में मिलाकर पीने से जुकाम तथा गले की खराश दूर होती है। इसके पाउडर को पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बनाकर माथे पर लगाने से ठंडी हवा से होने वाले सिर दर्द में आराम मिलता है।

जोड़ों के दर्द के लिए: जोड़ो के दर्द को कम करने के लिए दालचीनी का प्रयोग कीजिए। हल्के गर्म पानी में दालचीनी पाउडर और थोड़े से शहद को मिलाकर शरीर में दर्द वाले अंग पर लगाकर हल्‍के हाथों से मालिश करने से फायदा होता है। एक कप हल्के गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पीने से भी जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।

पेट की समस्या: अपच जैसी पेट की समस्या होने पर दालचीनी का प्रयोग करने से आराम मिलता है। इसके अलावा दालचीनी के प्रयोग से उलटी तथा दस्त में आराम मिलता है। एक चम्मच शहद के साथ थोड़ा सा दालचीनी पाउडर मिलाकर लेने से पेट दर्द और एसिडिटी में आराम मिलता है तथा भोजन भी आसानी से पच जाता है और पेट की समस्या नहीं होती।

त्वचा के रोगों में फायदेमंद: त्वचा की समस्या  होने पर भी दालचीनी बहुत फायदेमंद है। त्वचा में खाज और खुजली होने पर दालचीनी पाउडर तथा शहद बराबर मात्रा में लेकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को लगाने से त्‍वचा की यह समस्या दूर होती है। दालचीनी के पाउडर में थोड़ा सा नीबूं का रस मिलाकर चेहरे पर लगाने से कील मुंहासे दूर होते हैं।

दिल के मरीजों के लिए: शहद और दालचीनी के पाउडर का पेस्ट बनाकर रोटी के साथ खाने से धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा नहीं होगा और दिल के दौरे की संभावना को कम किया जा सकता है। जिन लोगों को पहले भी हार्ट अटैक दौरा पड़ चुका है वे अगर इस उपचार को करेंगे तो भविष्य में हार्ट अटैक की संभावना को कम कर सकेंगे।

बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल: बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए दालचीनी का प्रयोग कीजिए। दालचीनी के दो बड़े चम्मच शहद और तीन चम्मच दालचीनी पावडर को हल्‍के गरम आधा लीटर पानी में मिलाकर लें। इससे सिर्फ 2 घंटे में खून का कोलेस्ट्रॉल का स्‍तर 10 प्रतिशत तक नीचे आ जाता है, और दिन में इसे तीन बार लेते रहने से बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है।

अन्य बीमारियों के लिए: एक चम्मच शहद में थोड़ा सा दालचीनी पाउडर मिलाकर दांतों पर नियमित दो-तीन बार मलने से दांत दर्द में आराम मिलता है। तनाव होने पर शहद के साथ जरा सा पाउडर मिलाकर लेते रहने से आरा‍म मिलता है और स्मरण शक्ति भी तेज होती है। यह अस्थमा तथा लकवा में भी बहुत फायदेमंद है।

मोटापे के लिए: मोटे लोगों को भी दालचीनी का प्रयोग करना चाहिए। चाय में एक चम्मच दाल चीनी पाउडर मिलाकर एक गिलास जल में उबालें, फिर इसे उतारकर इसमें दो बड़े चम्मच शहद मिलाकर सुबह नाश्ते से लगभग आधा घंटा पहले पियें। ऐसा रात को सोने के पहले करें। नियमित ऐसा करने से शरीर की अनावश्यक चर्बी समाप्त होती है और अधिक केलोरी वाला भोजन लेने पर भी शरीर में चर्बी नहीं बढ़ती और वजन कम होता है।

बहरापन दूर करें: शहद और दालचीनी पाउडर को बराबर मात्रा में मिलाकर एक-एक चम्मच सुबह और रात को लेने से सुनने की शक्ति बढ़ती है। कान से कम सुनाई देने की समस्या  होने पर कान में दालचीनी के तेल की कुछ बूंदें डालने से आराम मिलता है।

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