बरगद के पेड़ के औषधीय गुण

बरगद के पेड़ के औषधीय गुण
बरगद के पेड़ को बट वृक्ष या बड़ के पेड़ भी कहा जाता है। आपने अपने घरों के आसपास या मंदिरों में बरगद का पेड़ देखा होगा। महिलएं बट साबित्री की पूजा के दौरान बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं। बरगद का पेड़ बहुत विशाल और बड़े-बड़े पत्तों वाला होता है। क्या आप जानते हैं कि रोगों के इलाज में भी बरगद के पेड़ के फायदे मिलते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, बरगद का पेड़ एक उत्तम औषधि भी है और आप बरगद के पेड़ से कई बीमारियों का इलाज कर सकते हैं। केवल बरगद का पेड़ ही नहीं बल्कि बरगद की छाल, बरगद के फल बरगद के बीज, बरगद का दूध भी रोगों के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। बरगद के पेड़ से कफ, वात, पित्त दोष को ठीक किया जा सकता है। नाक, कान या बालों की समस्या में भी बरगद के पेड़ के फायदे मिलते हैं। आइए जानते हैं कि बरगद के पेड़ के और क्या-क्या लाभ हैं।
बरगद के पेड़ के फायदे
बरगद के पेड़ के पोषक तत्व- पोषक तत्वों से भरपूर बरगद के पेड़ में बी सीटोस्टर, एस्टर, ग्लाइकोसाइड्स, ल्यूकोसाइनिडिन, क्वार्सेटिन, स्टेरोल और फ्राइडेलिन अच्छी मात्रा में मौजूद रहते हैं। इनके अलावा इसमें बर्गप्टन, फ्लेवोनॉयड, गैलेक्टोज, इनोजिटोल, ल्यूकोप्लेयर, रूटीन और टैनिन भी शामिल होते हैं। बरगद के पेड़ में केटोन, पॉलिसाक्राइड और टॉग्लिक एसिड भी मोजूद रहते हैं।
बरगद के पेड़ का महत्व- भारतीय समाज में बरगद के पेड़ को अमरता का वृक्ष कहा जाता है क्योंकि इसके जीवन को बढ़ाने वाली जड़ें बहुत लंबी होती हैं और वे इनकी शाखाओं को भी सहारा देती हैं। इस प्रकार इनकी जड़ें इस वृक्ष का एक अभिन्न हिस्सा होती हैं। बरगद के पेड़ों का आध्यात्मिक महत्व भी है, ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव शाखाओं पर, भगवान विष्णु इस पेड़ की छाल में और ब्रम्हा जी इसकी जड़ों पर निवास करते हैं। बौद्ध धर्म के अनुसार भगवान बुद्ध को भी इसी पेड़ के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था।
बरगद के पेड़ के फायदे- आयुर्वेद में बहुत सी बीमारियों के उपचार के लिए बरगद के पेड़ का उपयोग किया जाता है। इस पेड़ के सभी हिस्सों में औषधीय गुण होते हैं। पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होने के कारण बरगद के पेड़ के फायदे हमें बहुत से स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। इस लेख के माध्यम से आप बरगद के पेड़ के फायदे और इससे प्राप्त होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानेगें।
दांतों और मसूढ़ों के लिए- दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ बनाने के लिए बरगद की जड़ बहुत ही फायदेमंद होती हैं। बरगद की जड़ को चबाने से मसूढ़ों की समस्या, दांत क्षय, मसूढ़ों से रक्तस्राव आदि समस्याओं से छुटाकारा पाया जा सकता है। इसका उपयोग करने से मुंह की बदबू से भी छुटकारा पाया जा सकता है। इन जड़ों का उपयोग प्राकृतिक टूथ पेस्ट के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है। बरगद की जड़ मुंह की समस्याओं को दूर करने का बहुत ही प्रचलित तरीका है क्योकि इसमें जीवाणुरोधी और बंधनकारी गुण मौजूद रहते हैं।
कोलेस्ट्रॉल कम करने में- आपके हृदय स्वास्थय को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारणों में से एक कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा होती है। हमारे शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होते हैं, “अच्छे और बुरे” । बरगद के पेड़ की छाल में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने की क्षमता होती है जो कि बरगद के पेड़ के फायदे के रूप में जाना जाता है। बरगद के पेड़ शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करते हैं। आप अपने दिल को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखना चाहते हैं तो बरगद के पेड़ के फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
मधुमेह के लिए- आधुनिक समय में मधुमेह एक आम बीमारी बन चुकी है। बरगद के पेड़ के फायदे मधुमेह को नियंत्रित कर सकते हैं। बरगद की जड़ का अर्क बनाकर सेवन करने से शरीर में उच्च शर्करा के स्तर को कम किया जा सकता है। यदि आप इस समस्या से ग्रसित हैं तो बरगद का उपयोग कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
त्वचा के लिए- आप अपने चेहरे की चमक को बढ़ाने के लिए बरगद के फलों का उपयोग कर सकते हैं। आप इन फलों का पेस्ट बना सकते हैं जो श्लेष्म झिल्ली, त्वचा की सूजन और दर्द को दूर करने में सहायक होता है। आप बरगद की पत्तियों का भी उपयोग कर सकते हैं। आप बरगद की 5-6 पत्तियों को लें और इनका पेस्ट बनाकर अपने चेहरे पर लगाएं। यह त्वचा की समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है।
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