छोटी आंत:
छोटी आंत की लम्बाई लगभग 6 मीटर होती है तथा ये आमाशय के पायलोरिक ओरिफिस से लेकर इलिओसीकल बाल्व द्वारा बड़ी आंत में खुलती है जिसे तीन भागों में बांटा जा सकता है ड्यूडीनम, ज्यूजेनम और इलियम ।
ड्यूडीनम लगभग 25 से॰मी॰ लम्बा होता है । यह छोटी आंत का सबसे छोटा व चौड़ा भाग है । यह पैन्क्रियाज के हेड के आसपास ‘C’ के आकार की टोपी बनाता है जिसे चार भागों में बांटा जा सकता है । इसके अन्य भागों से संबंधों को चित्र 3.38 में दिखाया गया हे ।
ज्यूजेनम और इलियम ड्यूडिनोज्यूजिनल फ्लेक्सर से इलियोसीकल वाल्व तक फैला होता है । यह पूरी तरह से पेरीटोनियम से घिरे होते हैं । ऊपरी ज्यूजेनम का 2/5 भाग अम्बलाइकल रीजन में रहने की कोशिश करता है, जबकि इलियम हाइपोगेस्ट्रिक रीजन और पेल्विक केवटी के उपरी भाग में । इलियम का अंतिम भाग इलयोसीकल वाल्व द्वारा सीकम में खुलता है ।
ज्यूजेनम के ऊपरी भाग तथा इलियम के अंतिम भाग की रचना में कुछ अंतर होता है । ज्यूर्जेनम का छिद्र इलियम की अपेक्षा कुछ बड़ा होता है तथा इसकी म्यूकोसा गोलपर्तों में स्थित होती है जिसे बाल्वोली कान्वेटिंस कहते हैं । इन्टेसटीनल वीलाई छोटे तथा म्यूकस मेम्ब्रेन की सतह से उभरे होते हैं । इनकी संख्या डियोडिनम और ज्यूजेनम में इलियम की अपेक्षा अधिक होती है ।
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