🪔 दिन 36/108 - "सफाई का संकल्प" (स्वच्छता एवं स्पष्टता) 🪔
🌞आज का विषय:
दीपोत्सव का आरंभ सफ़ाई और गुड़िया से होता है -
बस घर की नहीं, बल्कि मन, विचार और माहौल की भी।
जब हम अपने आस-पास के कचरे को हटाते हैं, तो उसमें भी नई ऊर्जा और सार्वभौमिकता भर जाती है।
आज का दिन है - "बाहरी और आंतरिक स्वतंत्रता" का संकल्प लेने का। 🌼
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🕕 आज के कार्य (Tasks for the Day):
1️⃣ घर की सफाई 🧹
अपने कमरे, अलमारी या अध्ययन क्षेत्र को सुरक्षित करें।
सामुद्रिक वस्तुओं का दान करें या किसी भी तरह की वनस्पति का दान करें।
2️⃣डिजिटल सफाई 📱
मोबाइल/लैपटॉप से सस्ते ऐप्स, पुरानी फ़ाइलें, फोटो या दस्तावेज़ हटाएं।
स्क्रीन को साफ़ करें और "डिजिटल स्पेस" को भी साफ़ करें।
3️⃣ मन की सफाई 🧘♂️
10 मिनट ध्यान करें और मन में जो नकारात्मक विचार हैं, उन्हें जानें।
खुद से कहा: "मैं पुरानी दवा को छोड़ रहा हूं, नई शुरुआत के लिए तैयार हूं।"
4️⃣ सकारात्मक भावनाएँ बनाएँ 🌸
कमरे में दीपक या अगरबत्ती जलते हैं।
मन में शांति और ताजगी का अनुभव करें।
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💡आज की प्रेरणा:
> “स्वच्छता ईश्वरीयता के बाद आती है।”
- महात्मा गांधीजी
🌻 टिप ऑफ़ द डे:
शुद्धिकरण साधारणतया की नहीं होती, विचारधारा की भी होती है।
हर दिन कुछ मिनट अपने मन और आस-पास को स्वच्छ रखने का अभ्यास करें -
यही दीपावली की सच्ची तैयारी है ✨
आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ 🎊💐✨
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