गुलाब के औषधीय गुण

गुलाब के औषधीय गुण
गुलाब के फूल सबको सुंदर और आकर्षक लगते हैं। लेकिन इनका इस्तेमाल सिर्फ़ सजावट तक ही सीमित नहीं है। गुलाब एक अच्छी जड़ी-बूटी भी है। गुलाब के फूल, गुलाब के फल, गुलाब जल और गुलाब के तेल से कई तरह की बीमारियों में आराम मिलता है। उदाहरण के लिए गुलाब का तेल चोट लगने पर ख़ून को रोकने में कारगर है। आज हम आपको गुलाब के औषधीय गुण और उपयोग बताने वाले हैं, जिनसे आपको बहुत लाभ होगा।
गुलाब के फूल के फायदे
होंठों का कालापन- गुलाब की कुछ पंखुड़ियां पीसकर समान मात्रा में मलाई मिलाकर होंठों पर नियमित लगाना चाहिए। इससे होंठों का कालापन दूर होता है।
मुंह के छाले- गुलाब के फूल की पंखुड़ियां चबाने या उन्हें उबालकर बनाए गए काढ़े से गरारा करने से मुंह के छाले ठीक होते हैं। रात भर पानी में सूखे गुलाब को पानी में भिगो कर रखें। सुबह से मसलकर पानी छान लें। इसमें 2 चम्मच चीनी मिलाकर पिएं। इससे पेट की गर्मी दूर हो जाएगी। जिससे छाले स्वत: समाप्त हो जाएंगे।
पेट के रोग- गुलाब के औषधीय गुण पेट के विकार मिटाते हैं। गुलाब के फूल का रस, सौंफ का रस और पुदीने का रस मिलाकर रख लें। इसकी 4 बूंद पानी में मिलाकर पीने से पेट के रोग समाप्त होते हैं। भोजन करने के बाद 2 चम्मच गुलकंद 2 बार खाएं, पेट के रोग से बचे रहेंगे।
शीतपित्त- गुलाब के फूल का रस और चंदन का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर शीतपित्त पर लगाने से लाभ होता है। इसके अलावा आप 25 ग्राम गुलाब जल में 25 ग्राम सिरका मिलाकर शरीर की मालिश करें, शीतपित्त ठीक हो जाएगी।
सिर दर्द- 10 ग्राम गुलाब की पंखुड़ियां 2 इलायची के साथ चबाने से सिर का दर्द ठीक हो जाता है।
पायरिया- गुलाब का फूल चबाने से मसूढ़े मजबूत होते हैं। मसूढ़ों से खून और मवाद आना बंद हो जाता है। मुंह की बदबू भी चली जाती है। इस तरह पायरिया का उपचार होता है।
कब्ज़- गुलाब का रस पीने सए कब्ज़ दूर हो जाती है। यह आंतों में जमे हुए मल को बाहर निकाल देता है।
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