पुदीने के औषधीय गुण

पुदीने के औषधीय गुण
हरे हरे ख़ुशबूदार पुदीने में कई औषधीय गुणों के ख़जाने छिपे हुए हैं। अंग्रेजी में मिंट के नाम से जाना जाने वाला पुदीना न केवल एक एंटीबायोटिक तत्व है बल्कि एक अच्छा माउथफ़्रेशनर भी है। इसके सेवन से हम लू से भी बचे रहते हैं। यह पाचन क्रिया को ठीक रखता है और अगर किसी को लगातार हिचकी आ रही हो तो उसे थोड़ा सा पुदीना का रस पिला दें, तो उसकी हिचकी आनी बंद हो जायेगी। तो है न यह गुणों का खज़ाना। आज हम आप सबको पुदीने के कुछ ऐसे ही लाजवाब गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं .
पुदीने के फायदे
माउथफ़्रेशनर- यह एक अच्छा माउथफ़्रेशनर है। अगर मुंह में बदबू आ रही हो तो पुदीने का सेवन करने से बदबू चली जायेगी। इससे मुंह में ठंडक व ताज़गी का भी एहसास बना रहता है।
घाव ठीक करने वाला- किसी भी घाव को भरने के लिए पुदीने के रस को उस घाव पर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है और उससे बदबू भी नहीं आती है।
ज्वर में लाभकारी- ज्वर में पुदीने को पानी में उबालकर थोड़ी चीनी मिलाकर इसे गर्म-गर्म चाय की तरह पीने से राहत मिलती है।
पेटदर्द से आराम- पेट दर्द होने पर पुदीने में जीरा, हींग, काली मिर्च व नमक को मिलाकर पीस लें और इस चूर्ण को पानी के साथ पीने से पेट का दर्द गायब हो जाता है।
गर्मी में ताज़गी- ताज़ा हरा पुदीना पीसकर चेहरे पर बीस मिनट तक लगा लें। फिर ठंडे पानी से चेहरे को धो लें। इससे गर्मी में त्वचा को बेहद ताज़गी प्राप्त होती है।
मुहांसों का इलाज- हरे हरे पुदीने को पीसकर इसमें नींबू के रस की दो-तीन बूंद मिलाकर चेहरे पर इस पेस्ट को लगाने से मुहांसे दूर हो जाएंगे तथा चेहरे की त्वचा भी दमक उठती है।
लू रक्षक- गर्मी में लू लगने के के बाद पुदीने के रस का सेवन करना चाहिए। लू लगने पर रोगी को पुदीने का रस और प्याज का रस देने से फ़ायदा होता है।
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