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गुरुवार, 13 नवंबर 2025

गुलहड़ के औषधीय गुण

 

गुलहड़ के औषधीय गुण

गुलहड़ के औषधीय गुण


गुड़हल के फूल के बारे में कौन नहीं जानता। गुड़हल का फूल माँ काली को चढ़ाया जाता है यह गांव के लगभग हर  घर और आँगन में देखने को मिल जाता है यह फूल केवल चढ़ाने के काम ही नहीं बल्कि कई रोगो के उपचार के लिए भी अपनाया जाता है। यह अनेक औषधीय गुणों से भरा होता है। आपको बता दें की गुड़हल का फूल कई रंगो का होता है। लाल गुलाबी गुड़हल तो आपको कही भी देखने मिल जाएंगे। गुड़हल का फूल बालों के लिए फायदेमंद होता है और चेहरे पर मुहासों की समस्या इन सभी में यह अत्यंत लाभकारी है। तो आइये जानते हैं इसके औषधीय गुणों के बारे में-

गुलहड़ के फूल के फायदे

कोलेस्ट्रॉल- एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में गुड़हल की पत्ती से बानी चाय कारगार है। इसमें ऐसे तत्वा पाए जाते हैं जो आर्टरी में प्लेग को जमने से रोकते हैं। जिससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। इसके फूलों में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट कोलेस्ट्रॉल कम करने के साथ ही उच्च रक्तचाप को भी नियंत्रित करते हैं। इसके लिए जवाकुसुम के फूलों को पानी में उबालकर पीना चाहिए।


बालों के झड़ने की समस्या- यदि असमय बाल जहद रहें है तो मेथी दाना गुड़हल तथा बेर की पत्तियां पीसकर पेस्ट बना लें और बालों पर लगाएं। इससे बाल स्वस्थ और मजबूत होंगे तथा झड़ना धीरे धीरे कम हो जाएगा।बालों में चमक भी आती है और बाल बढ़ने भी लगते हैं।  केवल गुड़हल की पत्तियां भी पीसकर बालों में लगाने से फायदा होता है।


सर्दी खांसी- गुड़हल विटामिन c से भरपूर होता है। इसका सेवन चाय व अन्य रूपों में किये जाने से सर्दी खांसी में तुरंत आराम मिलता है। 


खुजली व जलन- गुड़हल का फूल खुजली व जलन में आराम देता है साथ ही सूजन को भी खत्म करने में कारगर है। इसकी पत्तियों को अच्छी तरह पीस लें। यह पेस्ट सूजन वाले स्थान पर लगाने से सूजन खत्महो जाती है। जलन वाले स्थान पर लगाने से तुरंत जलन में आराम मिलता है। खुजली धीरे धीरे खत्म हो जाती है।


मधुमेह- गुड़हल की 20-25 पत्तियों का नियमित सेवन माथुमेह को खत्म कर देता है। इसका पौधा हर जगह मिल जाता है। खासकर मंदिरों के आसपास यह जरूर रहता है।


अन्य प्रयोग- गुड़हल की पत्तियों को पीसकर उसमें मधु मिलाकर लगाने से मुहांसे खत्म हो जातें हैं। गुड़हल के पत्तो को चबाने से मुँह के छाले ठीक हो जाते हैं।


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