google-site-verification: googlea0b92aef2d8c87a4.html google.com, pub-,8818566653219942, DIRECT, f08c47fec0942fa0 "स्वास्थ्य संबंधित ताजा जानकारी" 🪫The latest health updates: करेले के जूस के फायदे

मंगलवार, 18 नवंबर 2025

करेले के जूस के फायदे

 

करेले के जूस के फायदे

करेले के जूस के फायदे


करेले में कई औषधीय गुण पाए जाते है, जो स्वस्थ रहने के लिए लाभदायक माने जाते है। हरा करेला पके हुए पीले रंग के करेले की अपेक्षा अधिक लाभदायक है। इसलिए हमेशा हरे रंग के करेले का ही उपयोग करना चाहिए। करेले का सेवन हमें बुखार और संक्रामक रोगों से शरीर की रक्षा करता है। करेले में विटामिन A सर्वाधिक एवं B, C और खनिज-कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, कॉपर, पोटेशियम पाया जाता है। करेले के बेहतरीन स्वास्थ्य वर्धक गुणों के अलावा एक और खास बात यह है की इसको सुखाकर रखने पर भी इसके औषधिय गुण नष्ट नहीं होते हैं। करेले में फास्फोरस काफी मात्रा में पाया जाता है, इसीलिए यह दाँत, मस्तिष्क, हड्डी, ब्लड और अन्य शारीरिक अंगो के लिए जरुरी फास्फोरस की पूर्ति करता है।

करेले का जूस दर्द दूर करता है, शरीर में शक्ति पैदा करता है। करेले के जूस को खाली पेट पीना अधिक लाभदायक है। करेला अपने कड़वे स्वाद  के कारण भले ही आपको पसंद ना हो लेकिन मधुमेह में करेला जूस लाभकारी होता है। करेला एक सब्जी न होकर एक प्रकार का कड़वा फल है। लेकिन औषधीय गुण होने के कारण करेले के जूस पीने का फायदा कई बीमारियों को दूर करने में होता है। करेला जूस के लाभ कई गंभीर बीमारियों को दूर करने में सहायक होते हैं। करेले के जूस के फायदे न केवल स्वास्थ्य बल्कि सौंदर्य संबंधी त्वचा समस्याओं के लिए भी होते हैं।

करेले के जूस के औषधीय गुण

कफ से दिलाए छुटकारा: करेला गर्मियों के मौसम की खुश्क तासीर वाली सब्जी है। इसमें फॉस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। एक महीने तक इसके प्रतिदिन सेवन से पुराने से पुराने कफ बनने की शिकायत दूर हो जाती है। खासी के उपचार में भी करेला काफी फायदा करता है।

शुगर लेवल को कम करें: मधुमेह रोगी को चौथाई कप करेले के रस में इतना ही गाजर का रस मिलाकर पिलाना चाहिए। इससे ब्लड शुगर का लेवल धीरे-धीरे कम होने लगता है। सुबह के समय करेला का जूस पीना बहुत ही फायदेमंद साबित होता है।

पथरी रोगियों के लिए: पथरी रोगियों को दो करेले का रस पीने और करेले की सब्जी खाने से आराम मिलता है। इससे पथरी गलकर धीरे-धीरे बाहर निकल जाती है।

इन्सुलिन को करता है ऐक्टिव: करेले का जूस इन्सुलिन को ऐक्टिव करता है जिससे शरीर में बनने वाली शुगर फैट का रूप नहीं ले पाती। इससे चर्बी कम करने और फैट कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

करेले में होती हैं कम कैलरीज: करेले में कैलरीज, फैट और कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा कम होती है। 100 ग्राम करेले में सिर्फ 34 कैलरीज होती हैं। ऐसे में आपको करेले के जूस से कैलरी काउंट मेनटेन रखने और फैट कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।

भूख बढ़ाने में सहायक: यदि आपको या आपके परिवार में किसी व्यक्ति को भूख कम लगने या नहीं लगने की समस्या है, तो करेले का सेवन उसके लिए फायदेमंद साबित होगा। दरअसल भूख नहीं लगने से शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता, जिससे स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां होती हैं। इसलिए करेले के जूस को रोजाना पीने या करेले की सब्जी खाने से पाचन क्रिया सही रहती है, जिससे भूख बढ़ती है।

त्वचा रोग में भी लाभकारी: करेले की सब्जी खाने और मिक्सी में पीस कर बना लेप रात में सोते समय हाथ-पैर पर लगाने से फोड़े-फुंसी और त्वचा रोग नहीं होते। दाद, खाज, खुजली, सियोरोसिस जैसे त्वचा रोगों में भी करेले के रस में नींबू का रस मिलाकर पीना फायदेमंद है।

मोटापे से छुटकारा: करेले का रस और एक नींबू का रस मिलाकर हर सुबह दो महीने तक सेवन करने से शरीर में पैदा होने वाली टॉकसिंस और अनावश्यक वसा कम हो जाती है, और मोटापा दूर होता है। इससे पाचन क्रिया सही रहती है, तो पेट भी सही रहता है, इस कारण भी शरीर पर वसा नहीं चढ़ती।

डायरिया में फायदेमंद: उल्टी-दस्त या हैजा की समस्या होने पर करेले के रस में थोड़ा पानी और काला नमक मिलाकर सेवन करने से तुरंत लाभ मिलता है। यकृत संबंधी बीमारियों में भी करेला बहुत ही लाभकारी है। जलोदर रोग होने या यकृत बढ़ जाने पर आधा कप पानी में दो चम्मच करेले का रस मिलाकर दिन में तीन से चार बार पीने से लाभ होता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें