google.com, pub-,8818566653219942, DIRECT, f08c47fec0942fa0 "स्वास्थ्य संबंधित ताजा जानकारी" 🪫The latest health updates: रक्त प्रवाह: expr:class='"loading" + data:blog.mobileClass'>

रविवार, 21 दिसंबर 2025

रक्त प्रवाह:

 रक्त प्रवाह: 

इन्टरनल इलायक धमनी की बाचें रक्त पहुंचाती हैं तथा शिरायें इन्टरनल इलायक शिराओं में खुलती हें ।


तन्त्रिका तन्त्र:


सिम्पैथेटिक व पैरासिम्पैथेटिक दोनों तन्तु वाडी (Detrusor) व इन्टरनल थूरिथ्रल सिफन्कटर को सप्लाई करते हैं ।


कार्य:


मुख्य कार्य मूत्र का इकट्‌ठा करना, व शरीर से बाहर निकालना है ।


यूरिथ्रा:


यह मूत्राशय के निचले भाग से शुरू होकर शरीर से बाहर खुलने वाली नली है । यह पुरूषों में शिश्न के अगले सिरे पर तथा महिलाओं मे वेजानल छिद्र के आगे एक छोटे छिद्र के रूप में खुलती है । यूरिथ्रा में दो स्किन्कटर इन्टरनल व इक्सर्टनल स्फिन्क्टर होते हैं ।


पुरुषों में थुरिथ्रा लगभग 20 सेमी॰ लम्बी होती है तथा इसको प्रोस्टेटिक, मेम्ब्रेनस तथा पेनाइल यूरिथ्रा में बांटा जाता है, जबकि महिलाओं में यह केवल 4 सेमी॰ लम्बी होती है । यह इन्टरनल यूरिथ्रल छिद्र से शुरू होकर नीचे तथा आगे की ओर बढ्‌कर वेजाइना की अगली दीवार के साथ वेजाइना के आगे व क्लाइटोरस के 2 सेमी॰ नीचे एक छिद्र के रूप में शरीर से बाहर खुलती है । इस छिद्र को यूरिनरी मीट्‌स कहते हैं । यूरिथ्रा म्यूकस मेम्ब्रेन से ढकी होती है । 

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